निषादों का प्रमाणिक इतिहास !
कश्यप-निषाद समाज के इतिहास पर रौशनी डालती 'निषादों का प्रमाणिक इतिहास' नामक पुस्तक में लेखक श्री महावीर सिंह 'माधव' जी ने पुस्तक के पेज 223 में लिखते है कि कश्यप पत्नी दिति से निषाद वंश चला। चूँकि ये सभी कश्यप वंशज थे इसलिए कश्यप गोत्री कहलाये और मातृकुल के असुर निषाद कहलाये । कश्यप की पत्नी दिति से जो वंश चला वो मातृप्रधान होने के कारण अनार्य, दैत्य, असुर, निषाद आदि कहलाये ।