'कश्यप वंश का इतिहास' पुस्तक का विमोचन |
अलीगढ : कश्यप समाज अपने आप में विश्वास पैदा करे और कश्यप वंश के इतिहास को पढ़कर, समझकर आगे बढ़ने की प्रेरणा ले | कश्यप समाज का इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा है, बस हमें जरुरत है तो इसे समझने की | यह विचार नंगला मखनी स्तिथ कश्यप निषाद कार्यालय पर आयोजित इतिहासकार सुरेन्द्र कश्यप जी की पुस्तक 'कश्यप वंश का इतिहास' पत्रिका का विमोचन करते समय वरिष्ठ समाजसेवी श्री शिवदयाल सिंह परधान ने प्रस्तुत किये |
श्री शिवदयाल सिंह कश्यप ने कहा की जो व्यक्ति कर्म से वीर, पराकर्मी और बलशाली है, वही 'कश्यप' है | जिस समाज का कोई इतिहास नहीं है, वह मारा हुआ समाज कहलाता है | यही हाल हाल हमारे कश्यप समाज का भी है और आज तक किसी भी हमारे समाज के नेता ने इतिहास नहीं लिखा है | कश्यप समाज का इतिहास पहली बार आपके सामने प्रस्तुत होगा |
उन्होंने कहा की जातीय इतिहास उन जातियों की उन्नति के लिए अमृत है जो समय की असीम आपत्तियों तथा दुखद घटनाओ के कारन से अपने प्राचीन गौरव की प्रतिमा को खो बैठी है और अपने वास्तविक रूप को भूल चुकी है, अघपतन जीवन व्यतीत कर रही है | इसके लिए जातीय साहित्य और इतिहास अत्यंत पथ प्रदर्शक और सहायक सिद्ध हुए है, क्यूंकि जातीय इतिहास और साहित्य किसी भी जाति के लिए जीवन मार्ग का दीपक होता है | कश्यप समाज में बड़े-२ ऋषि मुनि, कश्यप वंश के राजा मारीच. कश्यप ऋषि, हिरण्यकश्यप, शिव, भक्त प्रह्लाद विलोचन, बलि आदि तमाम राजा-महाराजा हुए है |
प्रदेश अध्यक्ष राजपाल सिंह कश्यप ने कहा की जिस जाति का इतिहास नहीं होता, वह जाति अपने मूल, वर्तमान जीवन और प्राचीन अवस्था का कुछ अनुमान नहीं लगा सकती | कश्यप समाज का इतिहास बहुत ही गौरवशाली है इसलिए कश्यप समाज के लोगों को स्वयं का सामाजिक इतिहास, साहित्य पढ़ना चाहिए | इस अवसर पर कश्यप वंश का इतिहास पुस्तक का विमोचन किया गया | कार्यक्रम की अध्यक्षता साजनलाल कश्यप ने की और सञ्चालन रागवीरसिंह कश्यप ने किया | इस पत्रिका को इंदिरा मार्किट, रेलवे रोड स्तिथ परधान ट्रेडर्स से प्राप्त किया जा सकता है | विष्णु कश्यप 'बेनामी' ने कहा की हमें अपने समाज की तरक्की वा खुशहाली के लिए समय-२ पर प्रयास करते रहने चाहिए ताकि कश्यप समाज के लिए कुछ कर सके |
(साभार : साप्ताहिक एकलव्य मानव सन्देश पत्रिका एवं श्री जसवंत सिंह निषाद )
बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं, आप 🙏
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